मेरी तितली...!!!

❤️🖤मेरी तितली❤️🖤

दिल में मेरे धड़कन मचली थी,
वो जब पहली बार मिली थी।
हा तब तो वो अनजानी थी,
पर मुझे बड़ी दिलचस्पी थी।

वो एक लड़की दीवानी थी,
आदत से भी रानी थी।
रेशम-रेशम जुल्फ़े थी,
आँखे भी क्या नुरानीं थी।

काजल था थोड़ा गहरा,
मानो कत्ल करें बस चेहरा।
क़ातिल उसकी जवानी थी,
हमको जान गवानी थी।

मन हमारा अयाना था,
बात करने का न बहाना था।
फिर सोचा पुछु नाम,
शायद हो जाये अपना काम।

पर कहा हात वो आनी थी,
शातिर बड़ी कहानी थी।
जिस्म से दुबली पतली थी,
हा वो मेरी तितली थी।
...सौरव महाजन
...Saurav mahajan.
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