वो चुराती है नजरें हम से...!!!

Meri najare utarti hai najar teri
Ek jamane se,
Hazaro ki chahat hoke bhi
Durust ho tum
......Kya tumhe mujh pr itna bhi yakin nhi...!!!

मेरी नजरें उतारतीं है नज़र तेरी
एक जमानें से,
हज़ारो की चाहत होके भी
दुरुस्त हो तुम
......क्या तुम्हें मुझ पर इतना भी यक़ीन नहीं....!!!

-saurav mahajan
Contact:8378862867

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